मुजफ्फरनगर।
आज एसएसपी अभिषेक यादव से मिलने स्कूल के बच्चे जब अपनी यूनिफॉर्म में पहुंचे तो एसएसपी ऑफिस का नजारा कुछ अलग ही था
फरियादी पीड़ित पक्ष आदि तो हर रोज मिलने आते हैं अपनी बात कहते हैं और मिलकर चले जाते हैं
आज कप्तान से मिलने वालों में छोटे छोटे नन्हे मुन्ने बच्चों की बारी थी जो बहुत सी जिज्ञासाओं के साथ सवालों के साथ उत्सुकता के साथ जब एसएसपी ऑफिस के अंदर पहुंचे तो एक बार बच्चों को लगा कि ना जाने अंदर का माहौल कैसा होगा और क्या होगा
लेकिन जब वह मिलनसार और होनहार कप्तान अभिषेक यादव के सामने पहुंचे तो ऐसे छोटे-मोटे नन्हे-मुन्ने बच्चों को उन्होंने बहुत ही प्यार के साथ बिठाया तथा उनके सवालों के बहुत ही अच्छे ढंग में जवाब दिए
मासूम बच्चों के सवाल एसएसपी को हंसने पर मुस्कुराने पर मजबूर भी कर रहे थे
पहली बार बच्चों का एक एसएसपी के साथ रू-ब-रू होना यकीनन बहुत ही अच्छा एवं सुखद पल था
बच्चों की जो धरना पुलिस के प्रति थी कि न जाने पुलिस कैसी होती होगी ? ऐसा करती होगी ?और जिज्ञासा के साथ कप्तान से मिलते ही खत्म हो गए बच्चों के मन में जो उत्सुकता थी वह भी पूरी हो गई
प्रफुल्लित और आनंदित एवं रोमांचित होकर बच्चे बाहर निकले अब उनके मन में पुलिस के प्रति जो नकारात्मक धारणा थी वह बदल चुकी थी
*यकीनन पुलिस अच्छी होती है और अच्छे तरीके से पेश आती है ऐसा पाठ अभिषेक यादव ने बच्चे को पढ़ाने में और समझाने में सफल रहेंय ही पुलिस और बच्चों की सार्थक पाठशाला होती है